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Hindi Mock Test - 17
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Hindi Mock Test - 17
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  • Question 1/50
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशः गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ें तथा प्रत्येक प्रश्न में चार विकल्पों में से सही विकल्प चुने।

    आधुनिक कंप्यूटर गणना ही नहीं अपितु ढेर सारे काम करता है। रेलवे स्टेशन पर रिजर्वेशन, बड़ी-बड़ी कंपनियों की लाभ-हानि, लोगों की इच्छा-अनिच्छा क्या कुछ नहीं अब अगर ज्योतिष शास्त्र को देखें तो वह भी कंप्यूटर के बिना कुछ नहीं करता। स्वास्थ्य की जानकारी भी कंप्यूटर देता है, और तो और हम बच्चों के खेलों का साधन भी है। कंप्यूटर अब तो मनुष्य का दाया हाथ हो गया है कंप्यूटर की अपनी भाषा होती है और वे उसे ही समझता है। कंप्यूटर में वायरस भी आता है उसकी यह छू की बीमीरी जल्दी उसे जकड़ लेती है। कंप्यूटर का मिजाज जल्दी ही गर्म हो जाता है इसके लिए वातावरण को ठंडा रखना पड़ता है। 1970 तक के कंप्यूटर जितने बड़े लंबे-चौड़े होते थे वह अब इतने छोटे हो गये हैं कि ब्रीफकेस में ही समा जाता है एक अकेले व्यक्ति बिल गेट्स ने ही सॉफ्टवेयर निर्मित किए हैं जिनसे पूरी दुनिया में तहलका मच गया। आजकल कंप्यूटर के बिना तो जैसे जीवन नीरस है चारों तरफ कंप्यूटर का ही महत्त्व है।

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    कंप्यूटर के द्वारा हम कौन सी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं?

    1. कंपनियों की लाभ-हानि

    2. स्वास्थ्य की जानकारी

    3. वायरस

    4. रेलवे स्टेशन का रिजर्वेशन

    Solutions
    • कंप्यूटर के द्वारा हम जो जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, वो निम्न है:
      • 1. कंपनियों की लाभ-हानि
      • 2. स्वास्थ्य की जानकारी
      • 4. रेलवे स्टेशन का रिजर्वेशन

    Key Points

    • कम्प्यूटर : हिन्दी भाषा में यह विदेशज शब्द कहलाते है।
  • Question 2/50
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशः गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ें तथा प्रत्येक प्रश्न में चार विकल्पों में से सही विकल्प चुने।

    आधुनिक कंप्यूटर गणना ही नहीं अपितु ढेर सारे काम करता है। रेलवे स्टेशन पर रिजर्वेशन, बड़ी-बड़ी कंपनियों की लाभ-हानि, लोगों की इच्छा-अनिच्छा क्या कुछ नहीं अब अगर ज्योतिष शास्त्र को देखें तो वह भी कंप्यूटर के बिना कुछ नहीं करता। स्वास्थ्य की जानकारी भी कंप्यूटर देता है, और तो और हम बच्चों के खेलों का साधन भी है। कंप्यूटर अब तो मनुष्य का दाया हाथ हो गया है कंप्यूटर की अपनी भाषा होती है और वे उसे ही समझता है। कंप्यूटर में वायरस भी आता है उसकी यह छू की बीमीरी जल्दी उसे जकड़ लेती है। कंप्यूटर का मिजाज जल्दी ही गर्म हो जाता है इसके लिए वातावरण को ठंडा रखना पड़ता है। 1970 तक के कंप्यूटर जितने बड़े लंबे-चौड़े होते थे वह अब इतने छोटे हो गये हैं कि ब्रीफकेस में ही समा जाता है एक अकेले व्यक्ति बिल गेट्स ने ही सॉफ्टवेयर निर्मित किए हैं जिनसे पूरी दुनिया में तहलका मच गया। आजकल कंप्यूटर के बिना तो जैसे जीवन नीरस है चारों तरफ कंप्यूटर का ही महत्त्व है।

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    कंप्यूटर को मनुष्य क्या मानता है?
    Solutions
    • कम्प्यूटर मनुष्य का दायाँ हाथ हो गया है। 
    • अत: सही विकल्प 'दायां हाथ' है।

    Key Points

    • दायाँ का विलोम शब्द : बायाँ 
    • वाम का अर्थ भी : बायाँ होता है।
  • Question 3/50
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशः गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ें तथा प्रत्येक प्रश्न में चार विकल्पों में से सही विकल्प चुने।

    आधुनिक कंप्यूटर गणना ही नहीं अपितु ढेर सारे काम करता है। रेलवे स्टेशन पर रिजर्वेशन, बड़ी-बड़ी कंपनियों की लाभ-हानि, लोगों की इच्छा-अनिच्छा क्या कुछ नहीं अब अगर ज्योतिष शास्त्र को देखें तो वह भी कंप्यूटर के बिना कुछ नहीं करता। स्वास्थ्य की जानकारी भी कंप्यूटर देता है, और तो और हम बच्चों के खेलों का साधन भी है। कंप्यूटर अब तो मनुष्य का दाया हाथ हो गया है कंप्यूटर की अपनी भाषा होती है और वे उसे ही समझता है। कंप्यूटर में वायरस भी आता है उसकी यह छू की बीमीरी जल्दी उसे जकड़ लेती है। कंप्यूटर का मिजाज जल्दी ही गर्म हो जाता है इसके लिए वातावरण को ठंडा रखना पड़ता है। 1970 तक के कंप्यूटर जितने बड़े लंबे-चौड़े होते थे वह अब इतने छोटे हो गये हैं कि ब्रीफकेस में ही समा जाता है एक अकेले व्यक्ति बिल गेट्स ने ही सॉफ्टवेयर निर्मित किए हैं जिनसे पूरी दुनिया में तहलका मच गया। आजकल कंप्यूटर के बिना तो जैसे जीवन नीरस है चारों तरफ कंप्यूटर का ही महत्त्व है।

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    उपर्युक्त गद्यांश का उपर्युक्त शीर्षक क्या होगा?
    Solutions

    'कंप्यूटर का महत्त्व'  यहाँ सही विकल्प है।

    Key Points

    • क्योंकि प्रस्तुत गद्यांश में 'कम्प्यूटर' के ही बारे में ही बहुत अधिक चर्चा हुयी है,
    • जिसमें कम्प्यूटर के सकारात्मक पक्ष अथवा महत्व की बात हुई है।
  • Question 4/50
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशः गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ें तथा प्रत्येक प्रश्न में चार विकल्पों में से सही विकल्प चुने।

    आधुनिक कंप्यूटर गणना ही नहीं अपितु ढेर सारे काम करता है। रेलवे स्टेशन पर रिजर्वेशन, बड़ी-बड़ी कंपनियों की लाभ-हानि, लोगों की इच्छा-अनिच्छा क्या कुछ नहीं अब अगर ज्योतिष शास्त्र को देखें तो वह भी कंप्यूटर के बिना कुछ नहीं करता। स्वास्थ्य की जानकारी भी कंप्यूटर देता है, और तो और हम बच्चों के खेलों का साधन भी है। कंप्यूटर अब तो मनुष्य का दाया हाथ हो गया है कंप्यूटर की अपनी भाषा होती है और वे उसे ही समझता है। कंप्यूटर में वायरस भी आता है उसकी यह छू की बीमीरी जल्दी उसे जकड़ लेती है। कंप्यूटर का मिजाज जल्दी ही गर्म हो जाता है इसके लिए वातावरण को ठंडा रखना पड़ता है। 1970 तक के कंप्यूटर जितने बड़े लंबे-चौड़े होते थे वह अब इतने छोटे हो गये हैं कि ब्रीफकेस में ही समा जाता है एक अकेले व्यक्ति बिल गेट्स ने ही सॉफ्टवेयर निर्मित किए हैं जिनसे पूरी दुनिया में तहलका मच गया। आजकल कंप्यूटर के बिना तो जैसे जीवन नीरस है चारों तरफ कंप्यूटर का ही महत्त्व है।

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    कंप्यूटर के लिए कैसा वातावरण रखना पड़ता है?
    Solutions
    • कंप्यूटर के लिए 'ठंडा' वातावरण रखना पड़ता है।
    • कम्प्यूटर में ऐसे उपकरण है जो ठंडा स्थान में ही अच्छे काम करते है। 

    Key Points

    • वातावरण: संज्ञा शब्द है।
    • इसका अन्य अर्थ: परिवेश 
  • Question 5/50
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशः गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ें तथा प्रत्येक प्रश्न में चार विकल्पों में से सही विकल्प चुने।

    आधुनिक कंप्यूटर गणना ही नहीं अपितु ढेर सारे काम करता है। रेलवे स्टेशन पर रिजर्वेशन, बड़ी-बड़ी कंपनियों की लाभ-हानि, लोगों की इच्छा-अनिच्छा क्या कुछ नहीं अब अगर ज्योतिष शास्त्र को देखें तो वह भी कंप्यूटर के बिना कुछ नहीं करता। स्वास्थ्य की जानकारी भी कंप्यूटर देता है, और तो और हम बच्चों के खेलों का साधन भी है। कंप्यूटर अब तो मनुष्य का दाया हाथ हो गया है कंप्यूटर की अपनी भाषा होती है और वे उसे ही समझता है। कंप्यूटर में वायरस भी आता है उसकी यह छू की बीमीरी जल्दी उसे जकड़ लेती है। कंप्यूटर का मिजाज जल्दी ही गर्म हो जाता है इसके लिए वातावरण को ठंडा रखना पड़ता है। 1970 तक के कंप्यूटर जितने बड़े लंबे-चौड़े होते थे वह अब इतने छोटे हो गये हैं कि ब्रीफकेस में ही समा जाता है एक अकेले व्यक्ति बिल गेट्स ने ही सॉफ्टवेयर निर्मित किए हैं जिनसे पूरी दुनिया में तहलका मच गया। आजकल कंप्यूटर के बिना तो जैसे जीवन नीरस है चारों तरफ कंप्यूटर का ही महत्त्व है।

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    बच्चों के लिए कंप्यूटर किसका साधन है?
    Solutions
    • बच्चे कम्प्यूटर में खेलों को ही महत्त्व देते हैं।
    • प्रस्तुत गद्यांश में यहाँ बच्चो के लिए कम्प्यूटर का साधन 'खेलों' को माना जाता है।

    Key Points

    • खेलों यहाँ एक बहुवचन शब्द है।
    • खेल, एकवचन शब्द है। 
  • Question 6/50
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशः निम्नलिखित गद्यांश को पढ़ें और दिए गए प्रश्न का उत्तर दें।

    प्राचीन काल से परीक्षा की रीति चली आ रही है और न जाने कब तक चलती रहेगी। परंतु ये परीक्षाएं क्या इतनी आवश्यक है कि कोमल बचपन को ही कुचल दिया जाए? क्या केवल तीन घंटे के आधार पर ज्ञान का परीक्षण कारण सही है? प्रत्येक व्यक्ति इसके लिए भिन्न-भिन्न उत्तर देगा। कुछ का मानना है कि परीक्षा के आधार पर ही यह परख हो सकती है कि विद्यार्थी ने विषय को कितना समझा है और कुछ का मानना है कि परीक्षाओं की आवश्यकता ही नहीं है। यह केवल एक बोझ हैं। परीक्षा के दिनों में छात्रों के चेहरे पर भय के भाव, बेचैनी और उनमें तरह-तरह की बीमारियाँ देखने को मिलती हैं। उनकी नींद उड़ जाती है, भूख-प्यास सब ख़त्म जो जाते हैं। आजकल तो बच्चों के साथ-साथ माता-पिता भी तनावग्रस्त हो जाते हैं। काश! ये परीक्षाएं न होतीं, तो जीवन कितना सरल और सुखी होता।

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    इस अनुच्छेद का उपयुक्त शीर्षक दीजिए?
    Solutions
    • "उफ़! ये परीक्षाएँ...." यहाँ सही विकल्प है।
    • उपरोक्त गद्यांश में परीक्षा का विरोधाभासी वर्णन किया है, अत: "उफ़! ये परीक्षाएँ...." ही सही विकल्प होगा।

    Key Points

    • (!) - चिह्न :: हिंदी में " ! " चिह्न को विस्मयबोधक या विस्मयसूचक चिह्न के रूप में जाना जाता है।
  • Question 7/50
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशः निम्नलिखित गद्यांश को पढ़ें और दिए गए प्रश्न का उत्तर दें।

    प्राचीन काल से परीक्षा की रीति चली आ रही है और न जाने कब तक चलती रहेगी। परंतु ये परीक्षाएं क्या इतनी आवश्यक है कि कोमल बचपन को ही कुचल दिया जाए? क्या केवल तीन घंटे के आधार पर ज्ञान का परीक्षण कारण सही है? प्रत्येक व्यक्ति इसके लिए भिन्न-भिन्न उत्तर देगा। कुछ का मानना है कि परीक्षा के आधार पर ही यह परख हो सकती है कि विद्यार्थी ने विषय को कितना समझा है और कुछ का मानना है कि परीक्षाओं की आवश्यकता ही नहीं है। यह केवल एक बोझ हैं। परीक्षा के दिनों में छात्रों के चेहरे पर भय के भाव, बेचैनी और उनमें तरह-तरह की बीमारियाँ देखने को मिलती हैं। उनकी नींद उड़ जाती है, भूख-प्यास सब ख़त्म जो जाते हैं। आजकल तो बच्चों के साथ-साथ माता-पिता भी तनावग्रस्त हो जाते हैं। काश! ये परीक्षाएं न होतीं, तो जीवन कितना सरल और सुखी होता।

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    परीक्षाओं ने किसे कुचल कर रख दिया है?
    Solutions
    • परीक्षाओं ने 'कोमल बचपन' को कुचल कर रख दिया है।  अत: सही विकल्प 3 'कोमल बचपन' होगा। 

    Key Points

    • कोमल का विलोम- कठोर
    • कोमल एक विशेषण है, जो बचपन, भाव वाचक संज्ञा की विशेषता बता रहा है।
  • Question 8/50
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशः निम्नलिखित गद्यांश को पढ़ें और दिए गए प्रश्न का उत्तर दें।

    प्राचीन काल से परीक्षा की रीति चली आ रही है और न जाने कब तक चलती रहेगी। परंतु ये परीक्षाएं क्या इतनी आवश्यक है कि कोमल बचपन को ही कुचल दिया जाए? क्या केवल तीन घंटे के आधार पर ज्ञान का परीक्षण कारण सही है? प्रत्येक व्यक्ति इसके लिए भिन्न-भिन्न उत्तर देगा। कुछ का मानना है कि परीक्षा के आधार पर ही यह परख हो सकती है कि विद्यार्थी ने विषय को कितना समझा है और कुछ का मानना है कि परीक्षाओं की आवश्यकता ही नहीं है। यह केवल एक बोझ हैं। परीक्षा के दिनों में छात्रों के चेहरे पर भय के भाव, बेचैनी और उनमें तरह-तरह की बीमारियाँ देखने को मिलती हैं। उनकी नींद उड़ जाती है, भूख-प्यास सब ख़त्म जो जाते हैं। आजकल तो बच्चों के साथ-साथ माता-पिता भी तनावग्रस्त हो जाते हैं। काश! ये परीक्षाएं न होतीं, तो जीवन कितना सरल और सुखी होता।

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    परीक्षा के दिनों में छात्रों के चेहरे पर क्या दिखाई देते है?
    Solutions
    • परीक्षा के दिनों में छात्रों के चेहरे पर 'भय' दिखाई देते है।
    • भय  के अन्य अर्थ : ड़र, खौफ, दहशत, भीति
    • भय का विलोम शब्द : निर्भय, निडर होता है।
  • Question 9/50
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशः निम्नलिखित गद्यांश को पढ़ें और दिए गए प्रश्न का उत्तर दें।

    प्राचीन काल से परीक्षा की रीति चली आ रही है और न जाने कब तक चलती रहेगी। परंतु ये परीक्षाएं क्या इतनी आवश्यक है कि कोमल बचपन को ही कुचल दिया जाए? क्या केवल तीन घंटे के आधार पर ज्ञान का परीक्षण कारण सही है? प्रत्येक व्यक्ति इसके लिए भिन्न-भिन्न उत्तर देगा। कुछ का मानना है कि परीक्षा के आधार पर ही यह परख हो सकती है कि विद्यार्थी ने विषय को कितना समझा है और कुछ का मानना है कि परीक्षाओं की आवश्यकता ही नहीं है। यह केवल एक बोझ हैं। परीक्षा के दिनों में छात्रों के चेहरे पर भय के भाव, बेचैनी और उनमें तरह-तरह की बीमारियाँ देखने को मिलती हैं। उनकी नींद उड़ जाती है, भूख-प्यास सब ख़त्म जो जाते हैं। आजकल तो बच्चों के साथ-साथ माता-पिता भी तनावग्रस्त हो जाते हैं। काश! ये परीक्षाएं न होतीं, तो जीवन कितना सरल और सुखी होता।

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    प्राचीन काल से किसकी रीति चली आ रही है?
    Solutions
    • प्राचीन काल से 'परीक्षा' की रीति चली आ रही है।

    Key Points

    • प्राचीन का विलोम अर्वाचीन होता है। 
    • अर्वाचीन का अर्थ : आधुनिक, नया
  • Question 10/50
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देशः निम्नलिखित गद्यांश को पढ़ें और दिए गए प्रश्न का उत्तर दें।

    प्राचीन काल से परीक्षा की रीति चली आ रही है और न जाने कब तक चलती रहेगी। परंतु ये परीक्षाएं क्या इतनी आवश्यक है कि कोमल बचपन को ही कुचल दिया जाए? क्या केवल तीन घंटे के आधार पर ज्ञान का परीक्षण कारण सही है? प्रत्येक व्यक्ति इसके लिए भिन्न-भिन्न उत्तर देगा। कुछ का मानना है कि परीक्षा के आधार पर ही यह परख हो सकती है कि विद्यार्थी ने विषय को कितना समझा है और कुछ का मानना है कि परीक्षाओं की आवश्यकता ही नहीं है। यह केवल एक बोझ हैं। परीक्षा के दिनों में छात्रों के चेहरे पर भय के भाव, बेचैनी और उनमें तरह-तरह की बीमारियाँ देखने को मिलती हैं। उनकी नींद उड़ जाती है, भूख-प्यास सब ख़त्म जो जाते हैं। आजकल तो बच्चों के साथ-साथ माता-पिता भी तनावग्रस्त हो जाते हैं। काश! ये परीक्षाएं न होतीं, तो जीवन कितना सरल और सुखी होता।

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    इनमें से कौन सा 'तनावग्रस्त' का विलोम शब्द है?
    Solutions
    • 'तनावग्रस्त' का विलोम शब्द: आनन्दित होता है।
    • तनावग्रस्त रहना के अवस्था है जिसके विपिरित सही विकल्प आनन्दित होगा।

    Key Points

    • आनन्दित = आनन्द + इत
    • इत  यहाँ प्रत्यय लगा हुआ है। 
  • Question 11/50
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देश: दिए गये गद्यांश के आधार पर प्रश्न के उत्तर दीजिए |

    आधुनिक काल में शब्द समूह में भी विशेष परिवर्तन हुए हैं और होते जा रहे हैं | इधर अंग्रेजी शब्द बहुत अधिक आए हैं और वे हमारी भाषा के अंग बन गये हैं | 1900 के बाद, छायावादी धारा में तत्सम शब्दों का प्रयोग बहुत बढ़ गया है | इसका कारण सांस्कृतिक उत्थान, ब्रह्म समाज, आर्य समाज तथा बंगला प्रभाव आदि था | आगे चलकर इसका परिणाम यह हुआ की गद्य का शब्द भण्डार भी संस्कृतनिष्ठ हो गया | प्रगतिवादी आंदोलन ने 1936 के बाद हमारी धारा गाँवों की ओर मोड़ी और उसके परिणामस्वरूप आंचलिक शब्द और मुहावरे साहित्यिक खडी बोली के अंग बनने लगे | इधर भारत की आजादी के बाद हमें पारिभाषिक शब्दों की विशेष आवश्यकता हुई है, अतः अनेक अंतर्राष्ट्रीय शब्द अपनाए जा रहे हैं, नये शब्द बनाये जा रहे हैं, तथा भारत की अन्य भाषाओँ से भी शब्द ग्रहण किये जा रहे हैं | इस प्रकार हमारा शब्द समूह बहुत विकसित होता जा रहा है | अब तक हमारी भाषा पत्र व्यवहार, समाचार पत्र एवं साहित्य की भाषा थी, अब उसे विज्ञान, वाणिज्य, विधि आदि का भी माध्यम बनना है | अतः स्वभावतः उसकी अभिव्यंजना शक्ति में सर्वोन्मुखी विकास हो रहा है और वह दिनों-दिन सभी दृष्टियों से समर्थ एवं सम्पन्न होती जा रही है |

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    हिंदी भाषा के सर्वोन्मुखी विकास के पीछे निम्न में से क्या कारण नहीं है?
    Solutions

     इसका सही उत्तर विकल्प 4 'सांस्कृतिक उत्थानहै। अन्य विकल्प सही उत्तर नहीं हैं।

    • हिंदी भाषा के सर्वोन्मुखी विकास के का कारण  सांस्कृतिक उत्थान नहीं है।
    • सन्दर्भ पंक्ति -  1900 के बाद, छायावादी धारा में तत्सम शब्दों का प्रयोग बहुत बढ़ गया हैl इसका कारण सांस्कृतिक उत्थान, ब्रह्म समाज, आर्य समाज तथा बंगला प्रभाव आदि थाl आगे चलकर इसका परिणाम यह हुआ की गद्य का शब्द भण्डार भी संस्कृतनिष्ठ हो गयाl

    Additional Information

    गद्यांश का सार - इस गद्यांश में आधुनिक समाज की प्रगतिशील मानसिकता से हिंदी भाषा में अन्य भाषाओँ के शब्द ग्रहण करने की प्रवृत्ति के कारण हिंदी भाषा के विकास को रेखांकित किया गया है। 

  • Question 12/50
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देश: दिए गये गद्यांश के आधार पर प्रश्न के उत्तर दीजिए |

    आधुनिक काल में शब्द समूह में भी विशेष परिवर्तन हुए हैं और होते जा रहे हैं | इधर अंग्रेजी शब्द बहुत अधिक आए हैं और वे हमारी भाषा के अंग बन गये हैं | 1900 के बाद, छायावादी धारा में तत्सम शब्दों का प्रयोग बहुत बढ़ गया है | इसका कारण सांस्कृतिक उत्थान, ब्रह्म समाज, आर्य समाज तथा बंगला प्रभाव आदि था | आगे चलकर इसका परिणाम यह हुआ की गद्य का शब्द भण्डार भी संस्कृतनिष्ठ हो गया | प्रगतिवादी आंदोलन ने 1936 के बाद हमारी धारा गाँवों की ओर मोड़ी और उसके परिणामस्वरूप आंचलिक शब्द और मुहावरे साहित्यिक खडी बोली के अंग बनने लगे | इधर भारत की आजादी के बाद हमें पारिभाषिक शब्दों की विशेष आवश्यकता हुई है, अतः अनेक अंतर्राष्ट्रीय शब्द अपनाए जा रहे हैं, नये शब्द बनाये जा रहे हैं, तथा भारत की अन्य भाषाओँ से भी शब्द ग्रहण किये जा रहे हैं | इस प्रकार हमारा शब्द समूह बहुत विकसित होता जा रहा है | अब तक हमारी भाषा पत्र व्यवहार, समाचार पत्र एवं साहित्य की भाषा थी, अब उसे विज्ञान, वाणिज्य, विधि आदि का भी माध्यम बनना है | अतः स्वभावतः उसकी अभिव्यंजना शक्ति में सर्वोन्मुखी विकास हो रहा है और वह दिनों-दिन सभी दृष्टियों से समर्थ एवं सम्पन्न होती जा रही है |

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    हिंदी भाषा का शब्द समूह किस कारण विकसित हुआ?
    Solutions

     इसका सही उत्तर विकल्प 1 'पारिभाषिक शब्दों की विशेष आवश्यकता के कारणहै। अन्य विकल्प सही उत्तर नहीं हैं।

    • हिंदी भाषा का शब्द समूह पारिभाषिक शब्दों की विशेष आवश्यकता के कारण विकसित हुआ।
    • सन्दर्भ पंक्ति -  इधर भारत की आजादी के बाद हमें पारिभाषिक शब्दों की विशेष आवश्यकता हुई है, अतः अनेक अंतर्राष्ट्रीय शब्द अपनाए जा रहे हैं, नये शब्द बनाये जा रहे हैं, तथा भारत की अन्य भाषाओँ से भी शब्द ग्रहण किये जा रहे हैं l

    Additional Information

    गद्यांश का सार - इस गद्यांश में आधुनिक समाज की प्रगतिशील मानसिकता से हिंदी भाषा में अन्य भाषाओँ के शब्द ग्रहण करने की प्रवृत्ति के कारण हिंदी भाषा के विकास को रेखांकित किया गया है। 

  • Question 13/50
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देश: दिए गये गद्यांश के आधार पर प्रश्न के उत्तर दीजिए |

    आधुनिक काल में शब्द समूह में भी विशेष परिवर्तन हुए हैं और होते जा रहे हैं | इधर अंग्रेजी शब्द बहुत अधिक आए हैं और वे हमारी भाषा के अंग बन गये हैं | 1900 के बाद, छायावादी धारा में तत्सम शब्दों का प्रयोग बहुत बढ़ गया है | इसका कारण सांस्कृतिक उत्थान, ब्रह्म समाज, आर्य समाज तथा बंगला प्रभाव आदि था | आगे चलकर इसका परिणाम यह हुआ की गद्य का शब्द भण्डार भी संस्कृतनिष्ठ हो गया | प्रगतिवादी आंदोलन ने 1936 के बाद हमारी धारा गाँवों की ओर मोड़ी और उसके परिणामस्वरूप आंचलिक शब्द और मुहावरे साहित्यिक खडी बोली के अंग बनने लगे | इधर भारत की आजादी के बाद हमें पारिभाषिक शब्दों की विशेष आवश्यकता हुई है, अतः अनेक अंतर्राष्ट्रीय शब्द अपनाए जा रहे हैं, नये शब्द बनाये जा रहे हैं, तथा भारत की अन्य भाषाओँ से भी शब्द ग्रहण किये जा रहे हैं | इस प्रकार हमारा शब्द समूह बहुत विकसित होता जा रहा है | अब तक हमारी भाषा पत्र व्यवहार, समाचार पत्र एवं साहित्य की भाषा थी, अब उसे विज्ञान, वाणिज्य, विधि आदि का भी माध्यम बनना है | अतः स्वभावतः उसकी अभिव्यंजना शक्ति में सर्वोन्मुखी विकास हो रहा है और वह दिनों-दिन सभी दृष्टियों से समर्थ एवं सम्पन्न होती जा रही है |

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    प्रगतिवादी आंदोलन का साहित्य पर क्या प्रभाव पड़ा?
    Solutions

     इसका सही उत्तर विकल्प 2 'आंचलिक शब्दों का प्रयोग' है। अन्य विकल्प सही उत्तर नहीं हैं।

    • प्रगतिवादी आंदोलन से साहित्य में आंचलिक शब्दों का प्रयोग होने लगा।
    • सन्दर्भ पंक्ति -  प्रगतिवादी आंदोलन ने 1936 के बाद हमारी धारा गाँवों की ओर मोड़ी और उसके परिणामस्वरूप आंचलिक शब्द और मुहावरे साहित्यिक खडी बोली के अंग बनने लगेl
    • आंचलिक शब्द- ऐसे शब्द जो किसी 'अंचल' यानी क्षेत्र विशेष में प्रयुक्त होते हैं उन्हें आंचलिक शब्द कहा जाता है। 

    Additional Information

    गद्यांश का सार - इस गद्यांश में आधुनिक समाज की प्रगतिशील मानसिकता से हिंदी भाषा में अन्य भाषाओँ के शब्द ग्रहण करने की प्रवृत्ति के कारण हिंदी भाषा के विकास को रेखांकित किया गया है। 

  • Question 14/50
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देश: दिए गये गद्यांश के आधार पर प्रश्न के उत्तर दीजिए |

    आधुनिक काल में शब्द समूह में भी विशेष परिवर्तन हुए हैं और होते जा रहे हैं | इधर अंग्रेजी शब्द बहुत अधिक आए हैं और वे हमारी भाषा के अंग बन गये हैं | 1900 के बाद, छायावादी धारा में तत्सम शब्दों का प्रयोग बहुत बढ़ गया है | इसका कारण सांस्कृतिक उत्थान, ब्रह्म समाज, आर्य समाज तथा बंगला प्रभाव आदि था | आगे चलकर इसका परिणाम यह हुआ की गद्य का शब्द भण्डार भी संस्कृतनिष्ठ हो गया | प्रगतिवादी आंदोलन ने 1936 के बाद हमारी धारा गाँवों की ओर मोड़ी और उसके परिणामस्वरूप आंचलिक शब्द और मुहावरे साहित्यिक खडी बोली के अंग बनने लगे | इधर भारत की आजादी के बाद हमें पारिभाषिक शब्दों की विशेष आवश्यकता हुई है, अतः अनेक अंतर्राष्ट्रीय शब्द अपनाए जा रहे हैं, नये शब्द बनाये जा रहे हैं, तथा भारत की अन्य भाषाओँ से भी शब्द ग्रहण किये जा रहे हैं | इस प्रकार हमारा शब्द समूह बहुत विकसित होता जा रहा है | अब तक हमारी भाषा पत्र व्यवहार, समाचार पत्र एवं साहित्य की भाषा थी, अब उसे विज्ञान, वाणिज्य, विधि आदि का भी माध्यम बनना है | अतः स्वभावतः उसकी अभिव्यंजना शक्ति में सर्वोन्मुखी विकास हो रहा है और वह दिनों-दिन सभी दृष्टियों से समर्थ एवं सम्पन्न होती जा रही है |

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    पारिभाषिक शब्दों के निर्माण में सहायक नहीं है:
    Solutions

     इसका सही उत्तर विकल्प 3 'लोक परम्परा से उत्पन्न शब्दहै। अन्य विकल्प सही उत्तर नहीं हैं।

    • लोक परम्परा से उत्पन्न शब्द पारिभाषिक शब्दों के निर्माण में सहायक नहीं है।
    • सन्दर्भ पंक्ति -  इधर भारत की आजादी के बाद हमें पारिभाषिक शब्दों की विशेष आवश्यकता हुई है, अतः अनेक अंतर्राष्ट्रीय शब्द अपनाए जा रहे हैं, नये शब्द बनाये जा रहे हैं, तथा भारत की अन्य भाषाओँ से भी शब्द ग्रहण किये जा रहे हैं | इस प्रकार हमारा शब्द समूह बहुत विकसित होता जा रहा हैl

    Additional Information

    गद्यांश का सार - इस गद्यांश में आधुनिक समाज की प्रगतिशील मानसिकता से हिंदी भाषा में अन्य भाषाओँ के शब्द ग्रहण करने की प्रवृत्ति के कारण हिंदी भाषा के विकास को रेखांकित किया गया है। 

  • Question 15/50
    5 / -1

    Directions For Questions

    निर्देश: दिए गये गद्यांश के आधार पर प्रश्न के उत्तर दीजिए |

    आधुनिक काल में शब्द समूह में भी विशेष परिवर्तन हुए हैं और होते जा रहे हैं | इधर अंग्रेजी शब्द बहुत अधिक आए हैं और वे हमारी भाषा के अंग बन गये हैं | 1900 के बाद, छायावादी धारा में तत्सम शब्दों का प्रयोग बहुत बढ़ गया है | इसका कारण सांस्कृतिक उत्थान, ब्रह्म समाज, आर्य समाज तथा बंगला प्रभाव आदि था | आगे चलकर इसका परिणाम यह हुआ की गद्य का शब्द भण्डार भी संस्कृतनिष्ठ हो गया | प्रगतिवादी आंदोलन ने 1936 के बाद हमारी धारा गाँवों की ओर मोड़ी और उसके परिणामस्वरूप आंचलिक शब्द और मुहावरे साहित्यिक खडी बोली के अंग बनने लगे | इधर भारत की आजादी के बाद हमें पारिभाषिक शब्दों की विशेष आवश्यकता हुई है, अतः अनेक अंतर्राष्ट्रीय शब्द अपनाए जा रहे हैं, नये शब्द बनाये जा रहे हैं, तथा भारत की अन्य भाषाओँ से भी शब्द ग्रहण किये जा रहे हैं | इस प्रकार हमारा शब्द समूह बहुत विकसित होता जा रहा है | अब तक हमारी भाषा पत्र व्यवहार, समाचार पत्र एवं साहित्य की भाषा थी, अब उसे विज्ञान, वाणिज्य, विधि आदि का भी माध्यम बनना है | अतः स्वभावतः उसकी अभिव्यंजना शक्ति में सर्वोन्मुखी विकास हो रहा है और वह दिनों-दिन सभी दृष्टियों से समर्थ एवं सम्पन्न होती जा रही है |

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    तत्सम शब्दों का प्रयोग बढ़ने का निम्न में से क्या कारण था?
    Solutions

     इसका सही उत्तर विकल्प 1 'साहित्य में छायावाद युग का प्रारम्भहै। अन्य विकल्प सही उत्तर नहीं हैं।

    • तत्सम शब्दों का प्रयोग बढ़ने का कारण साहित्य में छायावाद युग का प्रारम्भ था।
    • सन्दर्भ पंक्ति -  छायावादी धारा में तत्सम शब्दों का प्रयोग बहुत बढ़ गया है l

    Additional Information

    गद्यांश का सार - इस गद्यांश में आधुनिक समाज की प्रगतिशील मानसिकता से हिंदी भाषा में अन्य भाषाओँ के शब्द ग्रहण करने की प्रवृत्ति के कारण हिंदी भाषा के विकास को रेखांकित किया गया है। 

  • Question 16/50
    5 / -1

    र्निदेश: निम्नलिखित प्रश्नों में छह वाक्य A, B, C, D, E, F के रूप में संकेतित हैं। A और F का क्रम निश्चित है। इन प्रश्नों में वाक्य के कुद अंशों के क्रम में उलटफेर कर दिया गया है। वाक्यांशों को B, C, D, E अंकित किया गया है। वाक्य को तर्कपूर्ण क्रम देने के लिए उचित विकल्प चुनें।

    (A) भारत के महान संत

    (C) ऐसा माना जाता है कि अपने बचपन में उन्होंने अपनी सारी धार्मिक शिक्षा रामानंद नामक गुरु से ली।

    (E) उन्होंने एक सामान्य गृहस्वामी और एक सूफी के संतुलित जीवन को जीया।

    (B) और एक दिन वो गुरु रामानंद के अच्छे

    (D) और आध्यात्मिक कवि कबीर दास का जन्म वर्ष 1440 में हुआ था।

    (F) शिष्य के रुप में जाने गये।
    Solutions

    निम्नलिखित वाक्यांशों का सही क्रम है DECB है। अन्य संकेति‍त वाक्यांशों का क्रम सही नहीं है।

    Key Points

    स्पष्टीकरण:-

    इस अनुछेद का सही'क्रम इस प्रकार है-

    भारत के महान संत और आध्यात्मिक कवि कबीर दास का जन्म वर्ष 1440 में हुआ था। उन्होंने एक सामान्य गृहस्वामी और एक सूफी के संतुलित जीवन को जीया। ऐसा माना जाता है कि अपने बचपन में उन्होंने अपनी सारी धार्मिक शिक्षा रामानंद नामक गुरु से ली। और एक दिन वो गुरु रामानंद के अच्छे शिष्य के रुप में जाने गये।

    Important Points

    संत कबीरदास हिंदी साहित्य के भक्ति काल के इकलौते ऐसे कवि हैं, जो आजीवन समाज और लोगों के बीच व्याप्त आडंबरों पर कुठाराघात करते रहे। वह कर्म प्रधान समाज के पैरोकार थे और इसकी झलक उनकी रचनाओं में साफ़ झलकती है। लोक कल्याण हेतु ही मानो उनका समस्त जीवन था। कबीर को वास्तव में एक सच्चे विश्व - प्रेमी का अनुभव था। कबीर की सबसे बड़ी विशेषता यह थी कि उनकी प्रतिभा में अबाध गति और अदम्य प्रखरता थी। 

  • Question 17/50
    5 / -1

    निर्देश: निम्न वाक्य में रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिये।

    सब पुस्तकें ____________ बिखरी पड़ी थीं।
    Solutions

     यत्र-तत्र अर्थात इधर-उधर होता है। अतः सही विकल्प 3 'यत्र-तत्र' है।

    पूर्ण वाक्य- सब पुस्तकें यत्र- तत्र  अथवा इधर-उधर बिखरी पड़ी थीं।

    अन्य विकल्प:

    • सर्वथा अर्थात हमेशा
    • सर्वत्र अर्थात हर जगह
    • अन्यत्र अर्थात अन्य
    • यथास्थिति अर्थात अपने निश्चित स्थान पर
  • Question 18/50
    5 / -1

    जो उत्तर न दे सके वाक्यांश के लिए एक शब्द होगा-
    Solutions

    जो उत्तर न दे सके वाक्यांश के लिए एक शब्द निरुत्तर होगा। अन्य विकल्प असंगत है। अतः सही उत्तर विकल्प 1) निरुत्तर होगा ।

    Key Points

    • जो उत्तर न दे सके वाक्यांश के लिए एक शब्द निरुत्तर होगा। 
    • वाक्य प्रयोग : उसके इस उत्तर ने मुझे निरुत्तर कर दिया। 

    अन्य विकल्प :

    शब्द

    अर्थ

    प्रत्युत्तर

    उत्तर मिलने पर दिया हुआ उत्तर 

    निराश्रय 

    जिसे कोई आश्रय न मिल रहा हो

    निरंकुश 

    जिसके लिए कोई अंकुश या प्रतिबंध न हो

    Additional Information

    कम से कम शब्दो मे अधिकाधिक अर्थ को प्रकट करना एक कला है जोकि एक अच्छी रचना के लिए आवश्यक है। ऐसे शब्दो के प्रयोग से वाक्य–रचना मेँ संक्षिप्तता, सुन्दरता व गंभीरता आती है।

    किसी सम्प्रदाय का समर्थन करने वाला

    अनुयायी

    पीछे–पीछे चलने वाला/अनुसरण करने वाला

    अनुगामी

    अपनी प्रशंसा स्वयं करने वाला

    आत्मश्लाघी

    अपनी प्रशंसा स्वयं करने वाला

    आत्मश्लाघी

    जो आँखों के सामने हो

    प्रत्यक्ष

    चलने योग्य

    चलनीय

     

  • Question 19/50
    5 / -1

    दिए गए शब्द का विलोम शब्द बताइए। 

    कंजूस 

    Solutions

    उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प 2 उदार इसका सही उत्तर है। अन्य विकल्प इसके सही उत्तर नहीं हैं। 

    • कंजूस का विलोम शब्द उदार है। 
    • जो धन का भोग या व्यय न करे उसे कंजूस कहते हैं। 
    • जो बड़े दिल वाला हो; जो दान देता हो उसे उदार कहते हैं। 
    • उदार अर्थात दयालु या ईमानदार भी होता है। 

    अन्य विकल्प:

    शब्द

    विलोम

    गुप्त

    प्रकट   

    कुशल

    अकुशल

    वज्र

    कुसुम

     

     

     

     

     

    शब्द

    परिभाषा

    उदाहरण

    विलोम/

    विपरीतार्थक

    शब्द

    जब किसी शब्द का उल्टा या विपरीत अर्थ दिया जाता है, उस शब्द को विलोम शब्द कहते हैं अर्थात एक–दूसरे के विपरीत या उल्टा अर्थ देने वाले शब्दों को विलोम शब्द कहते हैं। इसे विपरीतार्थक शब्द भी कहते हैं।

    उदय- अस्त

    उर्वर – बंजर

  • Question 20/50
    5 / -1

    अनुरोध का पर्यायवाची शब्द है : 
    Solutions

    दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 2 ‘निवेदन’ है। अन्य विकल्प अनुचित उत्तर हैं। 

    • दिए गए विकल्पों में 'अनुरोध' का पर्यायवाची शब्द 'निवेदन, अभ्यर्थना' है। 
    • अभ्यर्थना के अन्य पर्यायवाची शब्द हैं - विनती, प्रार्थना, अनुरोध, याचना आदि। 

    अन्य विकल्प: 

    शब्द

    पर्यायवाची

    सदृश

    अनुरूप, समरूप, समान

    अहित

    अपकार, बुराई, अनिष्ट

    शब्द

    परिभाषा

    उदाहरण

    पर्यायवाची

    एक ही अर्थ में प्रयुक्त होने वाले शब्द जो बनावट में भले ही अलग हों, पर्यायवाची या समानार्थी शब्द कहलाते हैं।

    आग-अनल, पावक, दहन।

    हवा-समीर, अनिल, वायु।

  • Question 21/50
    5 / -1

    निम्नलिखित प्रश्नों में छह वाक्य A, B, C, D, E, F के रूप में संकेतित हैं। A और F का क्रम निश्चित है। नीचे दिये गये चार विकल्पों में से एक विकल्प को चुनिये जिसमें वाक्यों का सर्वाधिक तार्किक क्रम हो।

    (A) एक किसान था।

    (B) विजय दूध बेचकर काफी धनी हो गया था।

    (C) वह सुबह शाम दूध देती थी।

    (D) उसके पास एक दुथारु गाय थी।

    (E) उसका नाम विजय था।

    (F) एक बार गाय बीमार पड़ गयी।
    Solutions

    विकल्प 4 "EDCB" सही उत्तर  है।

    Key Points

    स्पष्टीकरण:-

    • इस अनुछेद का सही'क्रम इस प्रकार है-
      • एक किसान था। उसका नाम विजय था। उसके पास एक दुधारू गाय थी।वह सुबह शाम दूध देती थी। विजय दूध बेचकर काफी धनी हो गया था। एक बार गाय बीमार पड़ गयी। 

    Important Points

    वाक्य व्यवस्था की सावधानियाँ-

    1. वाक्य रचना व्याकरण के नियमों के आधार पर होनी चाहिए 
    2. उचित  पदक्रम होना चाहिए 
    3. वाक्यों का सार्थक अनुच्छेद बनना चाहिए 
    4. वाक्य व्यवस्था के लिए भाषा बोध अनिवार्य है 
    5. उचित वाक्य संरचना होनी चाहिए
  • Question 22/50
    5 / -1

    ‘कम वेतन पाने वाला’ के लिए एक शब्द बताइये।
    Solutions

    इसका सही विकल्प 2 ‘अल्पवेतनभोगी होगा। अन्य विकल्प सही उत्तर नहीं हैं।

    Key Points

    • ‘कम वेतन पाने वाला’ के लिए एक शब्द ‘अल्पवेतनभोगी’ होगा।
    • अल्पवेतनभोगी का विलोम - अतिवेतनभोगी

    अन्य विकल्प:

    एक शब्द

    वाक्यांश

    अल्पायु

    कम आयु वाला

    अनवरत

    जो सदा से चलता आ रहा है

    अथाह

    जिसकी गहराई की थाह न लग सके

    Additional Information

    वाक्यांश- भाषा को सुंदर, आकर्षक और प्रभावशाली बनाने के लिए अनेक शब्दों के स्थान पर एक शब्द का प्रयोग किया जाता है तो वह वाक्यांश के लिए एक शब्द कहलाता है।

  • Question 23/50
    5 / -1

    निर्देश: निम्न वाक्य में रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिये।

    बन्दूक एक उपयोगी __________ है।
    Solutions

    शस्त्र अर्थात हथियार वो होता है जो हाथ में पकड़कर रखा जाता है। अत: बंदूक के लिए 3 शस्त्र यहाँ सही विकल्प है।

    पूर्ण सार्थक वाक्य- बंदूक एक उपयोगी शस्त्र है।

    • औजार अर्थात हाथ से काम करते समय प्रयोग में लाई जाने वाली वस्तु
    • अस्त्र अर्थात वह उपकरण जिसको फेंका जाए 
    • रक्षक अर्थात बचाने वाला। 
  • Question 24/50
    5 / -1

    जो बुद्धि द्वारा जाना जा सके, वाक्यांश के लिए एक शब्द होगा?
    Solutions

    जो बुद्धि द्वारा जाना जा सके वाक्यांश के लिए एक शब्द बोधगम्य होगा। अन्य विकल्प असंगत है।

    Key Points

    ​अन्य विकल्प :

    शब्द

    अर्थ

    बहुगामी 

    अनेक दिशाओं में जाने वाला

    बुध्दिजीवी

    जिसकी जीविका बुद्धि के बल पर चलती हो

    बुभुक्षा 

    खाने की इच्छा

    Additional Information 

    कम से कम शब्दो मे अधिकाधिक अर्थ को प्रकट करना एक कला है जोकि एक अच्छी रचना के लिए आवश्यक है। ऐसे शब्दो के प्रयोग से वाक्य–रचना मेँ संक्षिप्तता, सुन्दरता व गंभीरता आती है।

    किसी सम्प्रदाय का समर्थन करने वाला

    अनुयायी

    पीछे–पीछे चलने वाला/अनुसरण करने वाला

    अनुगामी

  • Question 25/50
    5 / -1

    एक तो करेला ''नीम चढ़ा'' लोकोक्ति का अर्थ है-  
    Solutions

    “एक तो करेला ''नीम चढ़ा " लोकोक्ति का अर्थ है- दोहरा दुर्गुण l अन्य विकल्प असंगत हैंl अतः स्पष्ट है कि दोहरा दुर्गुण विकल्प सही है l 

    Key Points

    लोकोक्ति

    अर्थ

    वाक्य प्रयोग

    “एक तो करेला ''नीम चढ़ा"

    दोहरा दुर्गुण

     रमेश नौकरी तो करता नहीं था ,अब शराब भी पीने लग गया “एक तो करेला उसपे ''नीम चढ़ा" l

     

     

     Additional Information

    लोकोक्ति की परिभाषा

    उदाहरण

    लोक में प्रचलित उक्ति को लोकोक्ति कहते है l जब कोई पूरा कथन किसी प्रसंग विशेष में उद्धत किया जाता है तो लोकोक्ति कहलाता है l

    अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ता

  • Question 26/50
    5 / -1

    दिए गए मुहावरे और कहावतों के अर्थ के लिए चार विकल्प दिए गए हैं। उनमें से उचित अर्थ चुनिए।

    टेढ़ी उँगली से घी निकालना।
    Solutions

    ‘टेढ़ी उँगली से घी निकालना’, यह एक कहावत है जिसका अर्थ है कि ‘किसी भी तरह काम पूरा करना’। अतः ‘किसी भी तरह कार्य सिद्ध करना’ सही विकल्प है।

    अन्य विकल्प

    मुहावरे/लोकोक्ति

    अर्थ

    राई-चावल अलग करना 

    कठिन कार्य करना

    छल-कपट करना

    बुरा कार्य करना

    मुँह में राम बगल में छुरी

    चालाकी करना

  • Question 27/50
    5 / -1

    ‘दांत खट्टे करना’ मुहावरे का अर्थ क्या होगा?
    Solutions

    ‘दांत खट्टे करना’ मुहावरे का अर्थ प्रतिद्वंदिता में हरानाहै । अत: विकल्प 2 'प्रतिद्वंदिता में हराना' सही उत्तर है।

    ‘दांत खट्टे करना’ मुहावरे का वाक्य प्रयोग - उम्र और अनुभव में कमाजीत बड़ा है पर फिर भी मैच में मैंने उसके दाँत खट्टे कर दिए।

    मुहावरा

    अर्थ

    कलेजा थामना

    जी कड़ा करना

    नील का टीका लगाना

    कलंकित करना

    टोपी पहनना

    बेवकूफ बनाना

  • Question 28/50
    5 / -1

    'वक्र' का पर्यायवाची शब्द बताइए : 
    Solutions

    दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर ‘तिर्यक’ है। 

    Key Points

    • वक्र का उचित पर्यायवाची शब्द 'तिर्यक' है। 
    • वक्र के अन्य पर्यायवाची शब्द हैं- बाँका, बंकिम, तिरछा, बंक, आड़ा।
    • वक्र का अर्थ- टेढ़ा, तिरछा।

    • तिर्यक का अर्थ- तिरछा, आड़ा, वक्रतापूर्वक, तिरछे।

    • अतः वक्र और तिर्यक परस्पर पर्यायवाची शब्द हैं

    अन्य विकल्प

    1. शोहरत - कीर्ति, यश, प्रतिष्ठा, प्रसिद्धि, ख्याति।
    2. चाल - गति, वेग, रफ़्तार, आचरण। 
    3. कटि - कमर, श्रोणि, लंक, मध्यांग। 

    Additional Information

    शब्द

    परिभाषा

    उदाहरण

    पर्यायवाची/

    समानार्थी  

    एक ही अर्थ में प्रयुक्त होने वाले शब्द जो बनावट में भले ही अलग हों, पर्यायवाची या समानार्थी शब्द कहलाते हैं।

    आग-अनल, पावक, दहन।

    हवा-समीर, अनिल, वायु।

  • Question 29/50
    5 / -1

    ''यथा राजा तथा प्रजा'' लोकोक्ति का सही अर्थ है
    Solutions

    इसका सही उत्तर 'स्वामी के अनुसार सेवक भी होते हैं' है। अन्य विकल्प असंगत हैं।

    Key Points

    • ''यथा राजा तथा प्रजा'' लोकोक्ति का सही अर्थ- स्वामी के अनुसार सेवक भी होते हैं
    • वाक्य प्रयोग- आज कल की राजनिनीति में हर पार्टी के समर्थक उसके प्रमुख के जैसे ही व्यवहार करते दिखते हैं और इसे ही यथा राजा तथा प्रजा जैसी स्थिति कहा जाता है।

    अन्य विकल्प:

    • 'जैसा तुम दूसरों के साथ करोगे वैसा ही दूसरे तुम्हारे साथ करेंगे' के लिए लोकोक्ति- जैसा तेरा ताना-बाना वैसी मेरी भरनी 
    • वाक्य प्रयोग- आज के समय में इंसान आपके द्वारा किए गए कार्यों के अनुरूप ही आपके साथ करता है क्योंकि कहते हैं न- जैसा तेरा ताना-बाना वैसी मेरी भरनी

    Additional Information

    • लोकोक्ति का अर्थ है लोक में प्रचलित वे कथन या उक्तियां जो लोक-अनुभव पर आधारित होती हैं।
    • लोकोक्ति= लोक+ उक्ति
    • लोग समाज में प्रचलित उक्ति को लोकोक्ति अथवा कहावत कहते हैं।
    • जैसे- लोकोक्ति- अंधा क्या चाहे दो आँखें- मनचाही बात हो जाना
      वाक्य-प्रयोग- मुकेश की नौकरी लगी ही थी और उसकी शादी हो गयी, अब अंधा क्या चाहे दो आँखें, यही हुआ मुकेश के साथ।
  • Question 30/50
    5 / -1

    अचला का पर्यायवाची शब्द है : 
    Solutions

    दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 1 ‘मही’ है। अन्य विकल्प अनुचित उत्तर हैं। 

    • दिए गए विकल्पों में 'अचला' का सही पर्यायवाची शब्द 'मही' है। 
    • अचला के अन्य पर्यायवाची शब्द हैं - धरती, पृथ्वी, भू, धरणी, वसुंधरा, धरा, जमीन, रत्नगर्भा, वसुधा, धरित्री, क्षिति, उर्वी आदि। 

    अन्य विकल्प: 

    शब्द

    पर्यायवाची

    अचल

    गिरि, भूधर, नाग

    जरा

    थोड़ा,कम, अल्प

    निशा

    रात, रैन, रजनी

    शब्द

    परिभाषा

    उदाहरण

    पर्यायवाची

    एक ही अर्थ में प्रयुक्त होने वाले शब्द जो बनावट में भले ही अलग हों, पर्यायवाची या समानार्थी शब्द कहलाते हैं।

    आग-अनल, पावक, दहन।

    हवा-समीर, अनिल, वायु।

  • Question 31/50
    5 / -1

    'नीलकमल' शब्द में कौन सा समास है? 
    Solutions

    दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर ‘कर्मधारय समास’ है। 

    Key Points

    • 'नीलकमल' शब्द में कर्मधारय समास है। 
    • इसका पहला पद विशेषण और दूसरा पद विशेष्य है। 
    • पहला पद विशेषण और दूसरा पद विशेष्य होता है अथवा इसके पूर्वपद और उत्तर पद में उपमान और उपमेय का संबंध होता है।

    अन्य विकल्प : 

    समास

    परिभाषा

    उदाहरण

    तत्पुरुष समास

    जिस समास में प्रथम पद गौण और उत्तर पद की प्रधानता होती है और समास करते वक्त बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है।  

    यश को प्राप्त = यशप्राप्त

    मन से माना हुआ = मनमाना

    द्विगु समास

    जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो।

    चार राहों का समूह = चौराहा

    पांच तंत्रों का समाहार = पंचतंत्र

    द्वंद्व समास

    जिस समास में दोनों पद प्रधान हों तथा विग्रह करने पर उनके बीच ‘तथा’, ‘या’, ‘अथवा’, ‘एवं’, ‘और’ का प्रयोग होता है ।

    माता और पिता  = माता-पिता

    सीता और राम = सीताराम

    Additional Information

    • समास वह क्रिया है, जिसके द्वारा हिंदी में कम-से-कम शब्दों  अधिक-से-अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है।
    • समास के छ: भेद हैं –
    1. द्वन्द्व समास
    2. द्विगु समास
    3. तत्पुरुष समास
    4. कर्मधारय समास
    5. अव्ययीभाव समास
    6. बहुव्रीहि समास
  • Question 32/50
    5 / -1

    निम्नलिखित में बहुब्रीहि समास का उदाहरण बताइए।  
    Solutions

    दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 3 ‘पतझड़’ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं। 

    • दिए गए विकल्पों में 'पतझड़' शब्द में 'बहुब्रीहि समास'  का उचित विकल्प है। 
    • पतझड़ अर्थात पत्ते झड़ते हैं जिस (मौसम) में। 
    • जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं।

    अन्य विकल्प: 

    1. राग-विराग - द्वंद्व समास = राग और विराग 
    2. त्रिभुवन - द्विगु समास = तीन भुवनों का समूह 
    3. ईश्वरदत्त - तत्पुरुष समास = ईश्वर द्वारा दिया 

    समास

    परिभाषा

    द्वंद्व समास

    जिस समास में दोनों पद प्रधान हों तथा विग्रह करने पर उनके बीच ‘तथा’, ‘या’, ‘अथवा’, ‘एवं’, ‘और’ का प्रयोग होता है। वहाँ द्वंद्व समास होता है।

    तत्पुरुष  समास  

    जिस समास में प्रथम पद गौण और उत्तर पद की प्रधानता होती है और समास करते वक्त बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है। 

     द्विगु समास

    जिस समास का पहला पद संख्यावाची विशेषण होता है तथा समस्तपद किसी समूह या फिर किसी समाहार का बोध करता है तो वह द्विगु समास कहलाता है।

  • Question 33/50
    5 / -1

    ''गंगाजल''' शब्‍द में समास का भेद बताइये?
    Solutions

    ‘गंगाजल’ में 'तत्पुरुष' समास है। शेष विकल्प गलत हैं। अतः सही विकल्प तत्पुरुष है।

    Key Points

    • 'गंगाजल' का समास विग्रह करने पर 'गंगा का जल' होगा। 
    •  इसमें 'का' चिह्न आने पर 'सम्बन्ध तत्पुरुष समास' है।
    •  'सम्बन्ध तत्पुरुष समास' का परसर्ग 'का, की, के' है। 

    Additional Information

    समास - समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है। समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। जैसे - राजा का पुत्र – राजपुत्र, समास के छःप्रकार हैं -

    समास का नाम

    परिभाषा 

    उदाहरण 

    तत्पुरुष समास

    जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो।

    धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत।

    बहुव्रीहि समास

    जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं। 

    जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान, तीन आँखों वाला = त्रिलोचन अर्थात शिव।

    कर्मधारय समास

    जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो,

    पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं।

    कमल के समान नयन = कमलनयन, महान है जो देव = महादेव।

    द्विगु समास

    जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो।

    दो पहरों का समूह = दोपहर, तीनों लोकों का समाहार = त्रिलोक।

    अव्यययीभाव समास

    जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त शब्द अव्यय का काम करे। 

    प्रति + दिन = प्रतिदिन, एक + एक = एकाएक

    द्वंद्व समास 

    द्वन्द्व समास में समस्तपद के दोनों पद प्रधान हों या दोनों पद सामान हों एवं दोंनों पदों को मिलाते समय "और, अथवा, या, एवं" आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है।

    माता- पिता = माता और पिता, हाँ- न = हाँ या न 

     

  • Question 34/50
    5 / -1

    दिए गए विकल्पों में से ‘धरा’ शब्द का विलोम शब्द क्या होगा?
    Solutions

    उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प 3 गगन इसका सही उत्तर है। अन्य विकल्प इसके सही उत्तर नहीं हैं। 

    Key Points

    • धरा शब्द का विलोम शब्द गगन होता है। 
    • धरा के पर्यायवाची शब्द है - धरती, पृथ्वी, भू, धरणी, वसुंधरा, अचला।
    • गगन के पर्यायवाची शब्द हैं - अम्बर, व्योम, अनन्त, आसमान, आकाश, नभ।

     

    अन्य विकल्प

    शब्द

    विलोम

    पृथ्वी

    आकाश  

    ग्राम

    नगर

    पानी

    हवा

     

     

     

     

     

    Additional Information

    शब्द

    परिभाषा

    उदाहरण

    विलोम/

    विपरीतार्थक

    शब्द

    जब किसी शब्द का उल्टा या विपरीत अर्थ दिया जाता है, उस शब्द को विलोम शब्द कहते हैं अर्थात एक–दूसरे के विपरीत या उल्टा अर्थ देने वाले शब्दों को विलोम शब्द कहते हैं। इसे विपरीतार्थक शब्द भी कहते हैं।

    उदय- अस्त

    उर्वर – बंजर

  • Question 35/50
    5 / -1

    पो + इत्र की संधि क्या होगी?
    Solutions

    'पो + इत्र’ की संधि 'पवित्र' होगी। शेष विकल्प त्रुटिपूर्ण हैं। अतः विकल्प 1 पवित्र सही है।

    Key Points

    'पवित्र' में अयादि स्वर संधि है। पो + इत्र = पवित्र (ओ + इ = अवि), ए, ऐ तथा ओ, औ का मेल किसी अन्य स्वर के साथ होने पर क्रमशः अय्, आय्, अव् और आव् हो जाता है। इसे अयादि स्वर संधि कहते हैं।

    Additional Information

    संधि – दो निकटवर्ती वर्णों के परस्पर मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है वह संधि कहलाता है। संस्कृत, हिन्दी एवं अन्य भाषाओं में परस्पर स्वरो या वर्णों के मेल से उत्पन्न विकार को सन्धि कहते हैं। संधि के तीन प्रकार हैं - 1. स्वर, 2. व्यंजन और 3. विसर्ग

    संधि

    परिभाषा

    उदाहरण

    स्वर

    दो स्वरों के मेल से जो विकार उत्पन्न होता है, उसे स्वर संधि कहते हैं।

    जल + ऊर्मि = जलोर्मि

    व्यंजन

    व्यंजन संधि एक व्यंजन का अन्य किसी व्यंजन अथवा स्वर से मेल होने पर जो विकार (परिवर्तन) होता है, उसे व्यंजन संधि कहते हैं।

    सत् + भावना = सद्भावना

    विसर्ग

    विसर्ग का स्वर या व्यंजन के साथ मेल होने पर जो परिवर्तन होता है, उसे विसर्ग संधि कहते है।

    नि: + रव = नीरव

  • Question 36/50
    5 / -1

    ‘ईंट से ईंट बजाना’ मुहावरे का क्या अर्थ है?
    Solutions

    ‘ईंट से ईंट बजाना’ का अर्थ सब कुछ नष्ट कर देना’ है। शेष विकल्प त्रुटिपूर्ण हैं। अतः सही विकल्प सब कुछ नष्ट कर देना है।

    Key Points

    मुहावरा

    अर्थ

    वाक्य प्रयोग

    ईंट से ईंट बजाना

    पूरी तरह से नष्ट करना

    जगमोहन चाहता था कि वह अपने शत्रु के घर की  ईंट से ईंट बजा दे।

    Additional Information

    • काँटे की टक्कर मुहावरे का अर्थ बराबर की टक्कर देना 
    • घर का भेदी लंका ढाए:- करीबी व्यक्ति ही दुश्मन से मिलकर नुकसान करता है।
  • Question 37/50
    5 / -1

    ''सतसई'' शब्‍द में समास का भेद बताइये?  
    Solutions

    ''सतसई'' शब्‍द में द्विगु समास है। शेष विकल्प असंगत हैं। अतः सही उत्तर विकल्प 2 'द्विगु' है।

    Key Points

    ●       'सतसई' का समास विग्रह होगा 'सात सौ का समाहार'।

    ●       अतः इसमें 'द्विगु समास' है।

    द्विगु समास

    जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो।

    दो पहरों का समूह = दोपहर, तीनों लोकों का समाहार = त्रिलोक।

     

    Additional Information

    समास - समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है। समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। जैसे - राजा का पुत्र – राजपुत्र,

    समास के छःप्रकार हैं -

    समास का नाम

    परिभाषा 

    उदाहरण 

    तत्पुरुष समास

    जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो।

    धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत।

    बहुव्रीहि समास

    जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं। 

    जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान, तीन आँखों वाला = त्रिलोचन अर्थात शिव।

    कर्मधारय समास

    जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो,

    पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं।

    कमल के समान नयन = कमलनयन, महान है जो देव = महादेव।

    द्विगु समास

    जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो।

    दो पहरों का समूह = दोपहर, तीनों लोकों का समाहार = त्रिलोक।

    अव्यययीभाव समास

    जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त शब्द अव्यय का काम करे। 

    प्रति + दिन = प्रतिदिन, एक + एक = एकाएक

  • Question 38/50
    5 / -1

    निम्नलिखित प्रश्नों में छह वाक्य A, B, C, D, E, F के रूप में संकेतित हैं। A और F का क्रम निश्चित है। निम्नलिखित वाक्यांशों का क्रम सही नहीं है। B, C, D E के रूप में संकेतित वाक्यांशों का क्रम सही नहीं है इन वाक्यांशों को सही और सार्थक क्रम में नियोजित कीजिये।

    (A) प्रगतिवादी युग में

    (B) हिन्दी मानकीकरण की दिशा में

    (C) कोई आंदोलनात्मक प्रयत्न नहीं हुआ

    (D) इसी के साथ हिंदी का

    (E) किन्तु भाषा का मानक रूप अपने आप स्पष्ट होता गया

    (F) आधुनिकीकरण संभव हुआ।
    Solutions

    निम्नलिखित वाक्यांशों का सही क्रम है DBCE है। अन्य संकेति‍त वाक्यांशों का क्रम सही नहीं है। इन वाक्यांशों को सही और सार्थक क्रम DBCE हैं।

    स्पष्टीकरण:-

    इस अनुछेद का सही'क्रम इस प्रकार है-

    प्रस्तुत वाक्यो के सटीक क्रम इस प्रकार है -प्रगतिवादी युग में हिन्दी मानकीकरण की दिशा में कोई आंदोलनात्मक प्रयत्न नहीं हुआ किन्तु भाषा का मानक रूप अपने आप स्पष्ट होता गया। इसी के साथ हिंदी का आधुनिकीकरण संभव हुआ।

    विशेष:-

    प्रगतिवादी युग:-मार्क्सवादी विचारधारा का साहित्य में प्रगतिवाद के रूप में उदय हुआ। यह समाज को शोषक और शोषित के रूप में देखता है। प्रगतिवादी शोषक वर्ग के खिलाफ शोषित वर्ग में चेतना लाने तथा उसे संगठित कर शोषण मुक्त समाज की स्थापना की कोशिशों का समर्थन करता है। यह पूँजीवाद, सामंतवाद, धार्मिक संस्थाओं को शोषक के रूप में चिन्हित कर उन्हें उखाड़ फेंकने की बात करता है।

    हिंदी साहित्य में प्रगतिवाद का आरंभ १९३६ से १९४३ तक माना जा सकता है। इसी वर्ष लखनउ में प्रगतिशील लेखक संघ का पहला सम्मेलन हुआ जिसकी अध्यक्षता प्रेमचंद ने की। की विभिन्न विधाओं में मार्क्सवादी विचारधारा से प्रभावित रचनाएँ हुई। प्रगतिवादी धारा के साहित्यकारों में नागार्जुन, केदारनाथ अग्रवाल, शिवमंगल सिंह सुमन, त्रिलोचन, रांघेय राघव हैं।
  • Question 39/50
    5 / -1

    "तेल देखो तेल की धार देखो" लोकोक्ति का अर्थ है-
    Solutions

    तेल देखो तेल की धार देखोलोकोक्ति का सही अर्थ है – रुख पहचानना। अन्य विकल्प असंगत हैं। अतः सही विकल्प 4 ‘रुख पहचानना है।

    स्पष्टीकरण:

    लोकोक्ति

    अर्थ

    वाक्य प्रयोग

    तेल देखो तेल की धार देखो

    रुख पहचानना

    ‘तेल देखो, तेल की धार देखो’, घबराते क्यों हो?

    Additional Information

    लोकोक्ति परिभाषा

    उदाहरण

    लोक + उक्ति' शब्दों से मिलकर बना है जिसका अर्थ है- लोक में प्रचलित उक्ति या कथन। जब कोई पूरा कथन किसी प्रसंग विशेष में उद्धत किया जाता है तो लोकोक्ति कहलाता है। इसी को कहावत कहते है। लोकोक्ति वाक्यांश न होकर स्वतंत्र वाक्य होते हैं।

    लोकोक्ति– अन्धों में काना राजा

    अर्थ– मूर्खो में कुछ पढ़ा-लिखा व्यक्ति

    वाक्य– मेरे गाँव में कोई पढ़ा-लिखा व्यक्ति तो है नही; इसलिए गाँववाले पण्डित अनोखेराम को ही सब कुछ समझते हैं। ठीक ही कहा गया है, अन्धों में काना राजा।

  • Question 40/50
    5 / -1

    "सबकी एकसी दशा है" प्रस्तुत वाक्यांश के लिए दिए गए विकल्पों में से उचित लोकोक्ति कौन सी है?
    Solutions

    "सबकी एकसी दशा है" प्रस्तुत वाक्यांश के लिए दिए गए विकल्पों में से उचित लोकोक्ति घर घर मटियाले चूल्हे हैं। अन्य विकल्प असंगत है। अतः सही उत्तर विकल्प 3) होगा ।

    Key Points

    • घर घर मटियाले चूल्हे हैं। लोकोक्ति का अर्थ - सब लोगों में कुछ न कुछ बुराइयाँ होती हैं, सब लोगों को कुछ न कुछ कष्ट होता है।

    ​अन्य विकल्प :-

    लोकोक्ति

    अर्थ

    वाक्य प्रयोग

    अपनी पगड़ी अपने हाथ।

    अपनी इज्जत अपने हाथ होती है।

    विवेक ने श्रीनाथ जी से कहा- आप यहाँ से चले जाइए, क्योंकि अपनी पगड़ी अपने हाथ होती है।

    अपने दही को खट्टा कौन कहे।

    स्वयं की वस्तु को कोई बुरा नहीं कहता

    सब्जी वाला खराब और बासी सब्जियों को भी ताजी और अच्छी सब्जियाँ बनाकर बेच जाता है, कोई कहे भी तो मानता नहीं है। सच है अपने दही को खट्टा कौन कहे।

    अपनी-अपनी डफली, अपना-अपना राग

    कोई काम नियम-कायदे से न करना

    इस ऑफिस में तो जो जिसके मन में आता, वह करता है। इसी को कहते हैं- अपनी-अपनी डफली, अपना-अपना राग।

    Additional Information 

    लोकोक्ति परिभाषा

    उदाहरण

    'लोकोक्ति' शब्द 'लोक + उक्ति' शब्दों से मिलकर बना है जिसका अर्थ है- लोक में प्रचलित उक्ति या कथन'। संस्कृत में 'लोकोक्ति' अलंकार का एक भेद भी है तथा सामान्य अर्थ में लोकोक्ति को 'कहावत' कहा जाता है।

    अन्धा क्या चाहे दो आँखें - मनचाही बात हो जाना

    वाक्य- अभी मैं विद्यालय से अवकाश लेने की सोच ही रही थी कि मेघा ने मुझे बताया कि कल विद्यालय में अवकाश है। यह तो वही हुआ- अन्धा क्या चाहे दो आँखें।

  • Question 41/50
    5 / -1

    निर्देश: निम्न वाक्य में रिक्त स्थान की पूर्ति कीजियेl

    विदूषक को देखकर दर्शकों ने __________ कियाl
    Solutions

    दिए गये विकल्पों में तीन विकल्पों का अर्थ है ‘हँसी’ परन्तु दिए गये विकल्पों के अनुसार अट्टहास शब्द संदर्भानुसार सबसे सही है जिसका अर्थ है 'ज़ोर की हँसी, ठहाका'l अतः सही विकल्प 'अट्टहास' है।

    अन्य विकल्प

    - परिहास का अर्थ है 'ज़ोरों की हँसी, हँसी–मज़ाक'। 

    - हास अर्थात 'हँसी, प्रसन्नता, खुशी'। 

    - अतिहास निरर्थक शब्द है। 

  • Question 42/50
    5 / -1

    दिक् + गज की संधि क्या होगी?
    Solutions

    'दिक् + गज’ की संधि 'दिग्गज' होगी। शेष विकल्प त्रुटिपूर्ण हैं। अतः विकल्प 4 ‘दिग्गज’ सही है।

    Key Points

    • 'दिग्गज' में व्यंजन संधि है। दिक् + गज = दिग्गज (क् + ग = ग्ग), किसी वर्ग के पहले वर्ण क्, च्, ट्, त्, प् का मेल किसी वर्ग के तीसरे अथवा चौथे वर्ण या य्, र्, ल्, व्, ह या किसी स्वर से हो जाए तो क् को ग् च् को ज्, ट् को ड् और प् को ब् हो जाता है।
    • व्यंजन का व्यंजन से अथवा किसी स्वर से मेल होने पर जो परिवर्तन होता है उसे व्यंजन संधि कहते हैं।

    Additional Information

    संधि – दो शब्दों या शब्दांशों के मिलने से नया शब्द बनने पर उनके निकटवर्ती वर्णों में होने वाले परिवर्तन या विकार को संधि कहते हैं। संधि के तीन प्रकार हैं - 1. स्वर, 2. व्यंजन और 3. विसर्ग

    संधि

    परिभाषा

    उदाहरण

    स्वर

    जब दो स्वर आपस में जुड़ते हैं या दो स्वरों के मिलने से उनमें जो परिवर्तन आता है, तो वह स्वर संधि कहलाती है।

    महा + औषध = महौषध

    व्यंजन

    जब दो वर्णों में संधि होती है तो उनमे से पहला यदि व्यंजन होता है और दूसरा स्वर या व्यंजन होता है तो उसे हम व्यंजन संधि कहते हैं।

    सुप् + सन्त = सुबन्त

    विसर्ग

    विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन मेल से जो विकार होता है, उसे 'विसर्ग संधि' कहते है।

    नि: + प्राण = निष्प्राण

  • Question 43/50
    5 / -1

    दिए गए मुहावरे और कहावतों के अर्थ के लिए चार विकल्प दिए गए हैं, उनमें से उचित अर्थ चुनिए।

    लकीर का फकीर होना।
    Solutions

    ‘लकीर का फ़कीर होना’, यह एक कहावत है जिसका अर्थ है ‘पुरानी रीति पर चलना’। अतः ‘पुरानी रीति पर चलना' सही विकल्प है।

    Key Points

    • 'लकीर का फ़कीर होना' मुहावरे का अर्थ 'पुरानी रीति पर चलना' है।
    • वाक्य प्रयोग - रमेश तो बिलकुल लकीर का फकीर है, भला विधवा विवाह के लिए कैसे राजी होगा ?

    अन्य विकल्प

    मुहावरे/लोकोक्ति

    अर्थ

    सबकी बातों में हाँ कहना

    सबकी बात मान लेना

    अपने धुन में मग्न होना

    किसी की बात न मानना 

  • Question 44/50
    5 / -1

    'लज्जाभाव' शब्द का उचित संधि-विच्छेद कीजिए। 
    Solutions

    उपर्युक्त विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 2 ‘लज्जा + अभाव होगा। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं। 

    Key Points

    • 'लज्जाभाव' शब्द का उचित संधि-विच्छेद ‘लज्जा + अभाव ' (आ+ अ = आ)होगा। 
    • यह दीर्घ संधि का उदाहरण है। 
    • इस संधि में दो सवर्ण स्वर मिलकर दीर्घ हो जाते है। 
    • यदि 'अ', 'आ', 'इ', 'ई', 'उ', 'ऊ' और 'ऋ' के बाद वे ही ह्स्व या दीर्घ स्वर आये, तो दोनों मिलकर क्रमशः 'आ', 'ई', 'ऊ', 'ऋ' हो जाते है।

    संधि - दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है, उसे संधि कहते हैं।

    संधि के तीन प्रकार हैं - 1. स्वर, 2. व्यंजन और 3. विसर्ग।

    संधि

    परिभाषा

    उदाहरण

    स्वर संधि

    दो स्वरों के मेल से उत्पन्न होने वाले विकार को स्वर संधि कहते हैं। इसके इसके पाँच भेद हैं- दीर्घ, गुण, वृद्धि, यण, अयादि।

    महाशय = महा + आशय

    व्यंजन संधि

    व्यंजन के बाद यदि किसी स्वर या व्यंजन के आने से उस व्यंजन में जो विकार / परिवर्तन उत्पन्न होता है वह व्यंजन संधि कहलाता है।

    दिग्गज = दिक् + गज

    विसर्ग संधि

    विसर्ग के साथ स्वर अथवा व्यंजन के मिलने से जो विकार उत्पन्न होता है, उसे विसर्ग संधि कहते हैं।

    शिरोमणि = शिर: + मणि

  • Question 45/50
    5 / -1

    दिए गए विकल्पों में से ‘सुप्रबंध’ शब्द का विलोम शब्द क्या होगा?
    Solutions

    उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प 3 कुप्रबंध इसका सही उत्तर है। अन्य विकल्प इसके सही उत्तर नहीं हैं। 

    • सुप्रबंध का विलोम शब्द कुप्रबंध होगा। 
    • सुप्रबंध शब्द में 'कु' उपसर्ग के योग से 'कुप्रबंध' शब्द बना है। 
    • उपसर्ग उन शब्दों को कहते हैं जो कुछ शब्दों के आरंभ में लगकर उनके अर्थ का विस्तार करते हैं अथवा उनमें कोई विशेषता उत्पन्न करते हैं।

    अन्य विकल्प:

    शब्द

    विलोम

    बंधन

    मुक्त  

    खुला

    बंद

    सुप्रबंध

    कुप्रबंध

     

     

     

     

     

    शब्द

    परिभाषा

    उदाहरण

    विलोम/

    विपरीतार्थक

    शब्द

    जब किसी शब्द का उल्टा या विपरीत अर्थ दिया जाता है, उस शब्द को विलोम शब्द कहते हैं अर्थात एक–दूसरे के विपरीत या उल्टा अर्थ देने वाले शब्दों को विलोम शब्द कहते हैं। इसे विपरीतार्थक शब्द भी कहते हैं।

    उदय- अस्त

    उर्वर – बंजर

  • Question 46/50
    5 / -1

    जो प्रणाम के  करने योग्य हो वाक्यांश  के लिए एक शब्द होगा-
    Solutions

    जो प्रणाम के  करने योग्य हो वाक्यांश  के लिए एक शब्द प्रणम्य होगा। अन्य विकल्प असंगत है। अतः सही उत्तर विकल्प 1) प्रणम्य होगा ।

    Key Points

    • जो प्रणाम के  करने योग्य हो वाक्यांश  के लिए एक शब्द प्रणम्य होगा।
    • वाक्य प्रयोग :शिष्यः गुरुं प्रणम्य विद्यां लभते।

    ​अन्य विकल्प:

    शब्द

    अर्थ

    प्रेमपात्र

    वह जिससे प्रेम किया जाए

    प्रहरी 

    देखरेख करने के लिए गश्त लगाने वाला

    स्वयंभू 

     जो अपने-आप उत्पन्न हुआ हो 

    Additional Information 

    कम से कम शब्दो मे अधिकाधिक अर्थ को प्रकट करना एक कला है जोकि एक अच्छी रचना के लिए आवश्यक है। ऐसे शब्दो के प्रयोग से वाक्य–रचना मेँ संक्षिप्तता, सुन्दरता व गंभीरता आती है।

    किसी सम्प्रदाय का समर्थन करने वाला

    अनुयायी

    पीछे–पीछे चलने वाला/अनुसरण करने वाला

    अनुगामी

    अपनी प्रशंसा स्वयं करने वाला

    आत्मश्लाघी

    अपनी प्रशंसा स्वयं करने वाला

    आत्मश्लाघी

    जो आँखों के सामने हो

    प्रत्यक्ष

    चलने योग्य

    चलनीय

  • Question 47/50
    5 / -1

    दिए गए विकल्पों में से ‘कृश’ शब्द का विलोम शब्द क्या होगा?
    Solutions

    उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प 2 पुष्ट इसका सही उत्तर है। अन्य विकल्प इसके सही उत्तर नहीं हैं। 

    • कृश का विलोम शब्द पुष्ट या स्थूल होता है। 
    • कृश के पर्यायवाची शब्द हैं- दुबला, क्षीणकाय, कमजोर, दुर्बल, कृशकाय।
    • पुष्ट के पर्यायवाची शब्द हैं- हट्टा-कट्टा, तगड़ा, स्वस्थ, तंदुरुस्त।

    अन्य विकल्प:

    शब्द

    विलोम

    बीजू

    कलमी

    सरल

    कठिन

    कलुष

    निष्कलुष

     

     

     

     

     

    शब्द

    परिभाषा

    उदाहरण

    विलोम/

    विपरीतार्थक

    शब्द

    जब किसी शब्द का उल्टा या विपरीत अर्थ दिया जाता है, उस शब्द को विलोम शब्द कहते हैं अर्थात एक–दूसरे के विपरीत या उल्टा अर्थ देने वाले शब्दों को विलोम शब्द कहते हैं। इसे विपरीतार्थक शब्द भी कहते हैं।

    उदय- अस्त

    उर्वर – बंजर

  • Question 48/50
    5 / -1

    रजत का पर्यायवाची शब्द है : 
    Solutions

    दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 2 ‘रौप्य’ है। अन्य विकल्प अनुचित उत्तर हैं। 

    • दिए गए विकल्पों में रजत का पर्यायवाची शब्द 'रौप्य' है। 
    • रजत के अन्य पर्यायवाची शब्द हैं - सौध, रूपा, रूपक, चन्द्रहास।

    अन्य विकल्प: 

    शब्द

    पर्यायवाची

    रत

    मग्न, लिप्त, लीन

    लड़का

    बच्चा, बालक, शिशु

    लगाव

    राग, अनुराग, मोह

    शब्द

    परिभाषा

    उदाहरण

    पर्यायवाची

    एक ही अर्थ में प्रयुक्त होने वाले शब्द जो बनावट में भले ही अलग हों, पर्यायवाची या समानार्थी शब्द कहलाते हैं।

    आग-अनल, पावक, दहन।

    हवा-समीर, अनिल, वायु।

  • Question 49/50
    5 / -1

    निर्देश: निम्न वाक्य में रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिये।

    अगर अभाव न हो तो ____________ कौन पूछे?
    Solutions

    अभाव का प्रत्यक्ष सम्बन्ध मोल से है। किसी विचार, भाव, बात या मनोभाव का अभाव से सम्बन्ध नहीं है। अतः सही उत्तर 4 'मोल' है।

    पूर्ण सार्थक वाक्य- अगर अभाव न हो तो मोल कौन पूछे?

    अन्य विकल्प:

    विचार- बुद्धि में विकसित विचार

    भाव- मन के भाव

    बात- वार्तालाप, बात कहना, बात करना

  • Question 50/50
    5 / -1

    ‘तम: + गुण’ का संधि रूप क्या होगा?  
    Solutions

    दिए गए विकल्पों में सही उत्तर ‘तमोगुण’ होगा।

    Key Points

    • यदि विसर्ग से पहले ‘अ’ हो और बाद में घोष व्यंजन हो तो विसर्ग ‘ओ’ में बदल जाता है। जैसे – मनः + भाव = मनोभाव, यशः + दा = यशोदा।
    • 'तमोगुण' पुल्लिंग शब्द है जिसका अर्थ 'अंधकार या अज्ञान' होता है। 

    Important Points

    अघोष

    घोष

    प्रथम

    द्वितीय

    तृतीय

    चतुर्थ

    पंचम

    स्वर

    अ आ

    इ ई

    उ ऊ

    ए ऐ

    श ष स

    य र ल व ह

    ओ औ

    * अघोष/घोष + घोष – किसी घोष में बदलेंगे

    * अघोष/घोष + अघोष – किसी अघोष में बदलेंगे

    Additional Information

    संधि - दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है, उसे संधि कहते हैं।

    संधि के तीन प्रकार हैं - 1. स्वर, 2. व्यंजन और 3. विसर्ग।

    संधि

    परिभाषा

    उदाहरण

    स्वर संधि

    दो स्वरों के मेल से उत्पन्न होने वाले विकार को स्वर संधि कहते हैं। इसके इसके पाँच भेद हैं- दीर्घ, गुण, वृद्धि, यण, अयादि।

    महाशय = महा + आशय।

    व्यंजन संधि

    व्यंजन के बाद किसी स्वर या व्यंजन के आने से उस व्यंजन में जो परिवर्तन होता है, वह व्यंजन संधि कहलाता है।

    दिग्गज = दिक् + गज।

    विसर्ग संधि

    विसर्ग के साथ स्वर अथवा व्यंजन के मिलने से जो विकार उत्पन्न होता है, उसे विसर्ग संधि कहते हैं।

    शिरोमणि = शिर: + मणि।

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